हेडीस: प्राचीन यूनानी धर्म का अंधकारमय देवता

हेडीस का परिचय

हेडीस यूनानी पौराणिक कथाओं में अंडरवर्ल्ड के देवता माने जाते हैं। उन्हें ज़्यूस और पोसाइडन के भाई के रूप में जाना जाता है और यह तीनों देवता ब्रह्मांड के तीन हिस्सों के शासक बने – ज़्यूस आकाश के, पोसाइडन समुद्र के और हेडीस पाताल लोक के। हेडीस का नाम सुनते ही मृत्यु, आत्माओं और परलोक का विचार मन में आता है, लेकिन वे केवल दंड देने वाले देवता नहीं थे बल्कि न्यायप्रिय और संतुलन बनाए रखने वाले शासक भी थे।

हेडीस का क्षेत्र और प्रतीक

हेडीस के अधीन वह स्थान था जिसे “अंडरवर्ल्ड” या “पाताल लोक” कहा जाता है। यह आत्माओं का अंतिम ठिकाना था जहाँ मृत्यु के बाद सभी मनुष्य आते थे। उनके प्रतीक चिन्हों में अदृश्यता का हेलमेट, दो-सिर वाला कुत्ता सेर्बेरस और सोने-चाँदी की भूमिगत संपदा शामिल हैं। हेडीस को अक्सर “प्लूटो” नाम से भी पुकारा जाता था, जिसका अर्थ है धन और संपदा का स्वामी।

हेडीस और पर्सेफ़ोन की कथा

हेडीस से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कथा उनकी पत्नी पर्सेफ़ोन के अपहरण की है। पर्सेफ़ोन, जो डेमेटर की पुत्री थीं, को हेडीस अंडरवर्ल्ड में ले गए। इस घटना के कारण ऋतुओं का निर्माण हुआ। जब पर्सेफ़ोन अपनी माँ के साथ रहती हैं तो पृथ्वी पर वसंत और ग्रीष्म आता है और जब वे हेडीस के पास अंडरवर्ल्ड में लौटती हैं तो पतझड़ और शीत ऋतु आती है। यह मिथक जीवन और मृत्यु के शाश्वत चक्र का प्रतीक है।

हेडीस का स्वभाव और भूमिका

हालाँकि हेडीस को कठोर देवता माना जाता है, लेकिन वे अन्यायप्रिय नहीं थे। उनका मुख्य कार्य मृत आत्माओं का स्वागत करना और उन्हें उनके कर्मों के अनुसार स्थान दिलाना था। वे लालच और सत्ता के लिए नहीं जाने जाते बल्कि संतुलन बनाए रखने वाले देवता के रूप में माने जाते थे।

निष्कर्ष

हेडीस यूनानी पौराणिक कथाओं में एक ऐसे देवता हैं जिन्हें मृत्यु और भय के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, लेकिन उनका महत्व जीवन के प्राकृतिक संतुलन और आत्माओं की यात्रा में निहित है, और यही उन्हें यूनानी धर्म में अपरिहार्य बनाता है।

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